श्री हनुमान मंदिरों के क्रम में हाईकोर्ट के पास श्री हनुमान मंदिर का भी अपना विशेष स्थान है। उक्त मंदिर में श्री हनुमानजी विप्र रूप में विराजमान हैं। यह अभय या आशीर्वाद मुद्रा की प्रतिमा प्रतीत होती है। चूंकि यह प्रतिमा संगमरमर की है, अत: इसमें सिंदूर लेपन नहीं होता जैसा कि अन्य पाषाण हनुमत् प्रतिमाओं में होता है। संकटमोचक की मनोहारी भाव भंगिमा का आध्यात्मिक प्रभाव भक्तों के अन्तर्मन में चस्पा रहता है।
इस मंदिर में पहले श्री दुर्गा जी की प्रतिमा स्थापित थी, जिसकी मान्यता जागृत प्रतिमा के रूप में है। जयपुर से मंगाई गयी देवी की इस प्रतिमा के स्वरूप में अद्भुत सम्मोहन है। लगभग तीन दशक पूर्व वैदिक रीति से इस देवी प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। दुर्गा जी के बगल ही राधाकृष्ण की सुंदर मूर्तियां स्थापित हैं। उनके बगल श्री गणेश जी की मूर्ति विराजमान है। उनके बगल मध्य में संकटमोचन श्री हनुमान जी की मूर्ति अभय मुद्रा में विराजमान है। उनके बगल श्रीराम, लक्ष्मण, जानकी की आकर्षक मूर्तियां प्रतिष्ठापित हैं।
मंदिर तक पहुंचना बेहद ही सरल है। इलाहाबाद रेलवे स्टेशन हो या फिर सिविल लाइन बस स्टेशन, हर स्थान से टेंपो व रिक्शा सुविधा मिल जाएगी। हाइकोर्ट के लिए इन साधनों का इस्तमाल कर पहुंचिए वहां किसी भी स्थानीय व्यक्ति से पूछ लीजिए, मंदिर का पता लग जाएगा। इस मंदिर में प्रत्येक पर्व तिथि पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगती है।

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